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मैं हिंदी हूँ (सोरठा) मैं हिंदी अनमोल, प्रेम वाचन करता हूँ। हिंदी अमृत घोल, जीवनी शक्ति जगत की।। हिंदी पावन मीत, जगत की रचना करती। लिखती मोहक गीत,रची बसी है विश्व ...
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