चौपई
चौपई
मात्रा भार 15
करना सज्जन जन से प्यार।
दुर्जन मन का कर प्रतिकार।।
बोलो मानवता की बोल।
सबके मन में मधुरस घोल।।
जीवन को रखना खुशहाल।
रखना अपना उन्नत भाल।।
सबकी सेवा करना सीख।
चारोंओर मनुज सा दीख।।
घृणाभव को दो अब त्याग।
सबके प्रति रख मधुमय राग।।
दिवास्वप्न को देना छोड़।
अंधकार से नाता तोड़।।
सुंदर संस्कृति का निर्माण।
राष्ट्रवाद का शुद्ध प्रमाण।।
राष्ट्रहितों में करना काम।
होगा जग में रोशन नाम।।
मन में अगर अटल विश्वास।
छूता मानव उच्चाकाश।।
करना स्वस्थ समाज विकास।
करो परिश्रम से सहवास।।
Renu
23-Jan-2023 06:34 PM
👍👍🌺
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