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प्रतिभा




प्रतिभा   (चौपाई)


जिसमें आभा वह प्रतिभा है।

दिव्या ज्ञानवती शोभा है।।

यह कुशाग्र बुद्धि का द्योतक।

सद्विवेकमय अग्र सुबोधक।।


प्रतिभा आगे-आगे चलती।

अभिनव पावन चिंतन करती।।

पराधीन नहिं, आश्रयदाता।

नित प्रयोगवादी विख्याता।।


प्रतिभा का कुछ जोड़ नहीं है।

प्रतिभा का कुछ तोड़ नहीं है।।

यह स्वामी अगली पंक्ती का।

ज्ञानरसिक  पावन शक्ती का।।


स्वाभिमानमय अग्रिम चिंतन।

आत्मोत्कर्षित विज्ञ सुदर्शन।।

सहज ज्ञान की अद्भुत प्रतिमा।

महा ज्ञान की उत्तम उपमा।।


अति यथार्थ विज्ञान विशेषण।

प्रति पल होते शुभ अन्वेषण।।

असाधारण प्रखर मनीषा।

ज्ञानसुधासागर जगदीशा।।


समझदार विद्वान सुयोग्या।

परम विलक्षण बुद्धि प्रयोग्या ।।

अति अविलम्ब सोच मनभावन।

तात्कालिक प्रश्नोत्तर आवन।।


महा बुद्धि सागर प्रिय न्यायी।

ज्ञान-समाज सभ्य सुखदायी।।

परम विनीत निसर्ग सु-आसन।

ज्ञान शीर्ष पर प्रतिभा-वासन।।





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1 Comments

Renu

23-Jan-2023 04:59 PM

👍👍🌺

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