हरिहरपुरी का सवैया

251 भाग

193 बार पढा गया

8 पसंद किया गया

हरिहरपुरी का सवैया प्रिय नाम जपा करते  रहना, प्रभु रूप सदा सुघरा निखरा ी शुभ काम सदा करते रहते, हरि मध्य धरा रहते विखरा। सबको प्रभु देत सहाय बने, अति स्वच्छ ...

अध्याय

×