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131…. तुलसी छंद 10/8/12 शिव भारत प्यारा, विश्व सितारा, यह सबका सहयोगी। सब लोग यहां के, सुह्रद जगत के, सबके सब हैं योगी। निष्कपट भाव है, स्नेह छांव है, सब लगते ...
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