मां सरस्वती जी की वंदना

35 भाग

338 बार पढा गया

16 पसंद किया गया

*मां सरस्वती जी की वंदना* अर्थ भाव शब्द मधु भाषा। प्रिय मोहक अनुपम परिभाषा।। नीतिपरक न्यायी न्यायोचित। विद्या महा ज्ञान सर्वोचित।। तामसरहित अनीति विरोधी। मां सरस्वती प्रीति पुरोधी।। त्रिया प्रिया मधुमास ...

अध्याय

×