मोहब्बत
मोहब्बत
मोहब्बत भरी ये जवानी रहेगी।
तेरे साथ मिल जिंदगानी खिलेगी।
नहीं लत किसी की सुनो दुनियावालों।
तुझसे लिपट कर कहानी बनेगी।
तुम्हारे भरोसे चलेगा ये जीवन।
तुम्हीं इक खेवैया लगे पार जीवन।
विछुड कर न जाना कभी हमसफर तू।
सदा साथ देना रहे खुश सदा मन।
मोहब्बत का तमगा लगाए मचलना।
लिए अंक में भर टहलना फुदकना।
कसम खा कहो तुम हमारे रहोगे।
श्रृंगार मोहक किए नित विचरना।
आंसू को बहने कभी मत तू देना।
लगा कर हृदय से संभलने तू देना।
मोहब्बत का इकरारनामा लिखो प्रिय।
हंसना हंसाना सहज प्यार देना।
रचनाकार: डॉक्टर रामबली मिश्र वाराणसी
Sachin dev
06-Jan-2023 06:10 PM
Well done
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Gunjan Kamal
06-Jan-2023 12:10 AM
बेहतरीन
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