लाइब्रेरी में जोड़ें

चौपाई



चौपाई


राम नाम भजते चलना है।

प्यार सदा करते रहना है।

मन में रहे नहीं कुटिलाई।

दिल की करते रहो धुलाई।।


प्यार रत्न को नित्य चाहना।

इसे गले में सदा बाँधना।।

नहीं निकालो कभी न फेंको।

नित्य प्रेम की रोटी सेंको।।


अमर प्यार की करो कवायद।

बन जाओगे कृष्ण नामजद।।

सीता प्रियतम राम बनोगे।

राधा के घनश्याम बनोगे।।


परम पवित्र प्यार स्थापित हो।

उत्तम मन नित व्याख्यायित हो।।

मन को निर्मल करते रहना।

शुचि भावों में बहते रहना।।


शुद्ध प्यार की मधुरिम  काया।

लौकिक तन है झूठी माया।।

देव समान रूप है इसका।

मधुर प्रसाद प्यार है प्रभु का।।





   7
2 Comments

Renu

25-Jan-2023 03:56 PM

👍👍🌺

Reply

Mahendra Bhatt

25-Jan-2023 08:32 AM

Nice

Reply