चला गया

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क़रार-ए-क़ल्ब कहीं रुख़सत हो गया, वो जो हमें मुस्कुरा के देख चला गया। मेरा सुकूँ-ओ-चैन भी फ़ना हो गया, वो हमसे नज़रें मिला के चला गया। चिलमन हटा के अपने हसीन ...

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