कितना अनोखा संसार है

1 भाग

275 बार पढा गया

19 पसंद किया गया

कहीं पर नफ़रत दिलों में, कहीं पर दिलों में प्यार है। कितना अनोखा संसार है।। लालच सबको ले डूबा है, सारे रिश्ते बने व्यापार हैं। कितना अनोखा संसार है।। घमंड ने ...

×