यादों के झरोखे से भाग 6

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मुझे  दो दिन ही हुए थे ससुराल आए हुए नई नई शादी की खुशी चमक चेहरे पर साफ दिख रही थीआखिर हो भी क्यों नहीं रजत था भी किसी हीरो के ...

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