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धीरे धीरे जब भी तू मेरे करीब आती है, तेरे जिस्म की महक से साँसे महक जाती है। वो बिखरी-बिखरी काली काली ज़ुल्फ़ें तेरी, इन जुल्फो में मेरी ज़िन्दगी बंध जाती ...