ढंग मुहब्बत के

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"निक्क" एहसास कई मिलेंगे तुम्हें संग मुहब्बत के, हँसी ख़ुशी-ओ-ग़म मैंने देखें हैं कई रंग मुहब्बत के। मिले तो निखर जाए  और ना मिले तो बिखर जाए, होते हैं  बड़े ही ...

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