ख़्वाइशों को पूरा कौन कर पाया है

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सब   कुछ   तो  मोह   माया  है, जीवन   तो  एक धूप  छाया  है। दिखावे    के    हैं    सारे   रिश्ते, कौन   किसके   काम  आया  है। जिसने   किसी   का   घर  फूका, उसने ...

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