1 भाग
322 बार पढा गया
21 पसंद किया गया
लिए बैठा है हाथों में, हर कोई प्याला, दौर-ए-मय से सराबोर है, ये मधुशाला। हर कोई ज़िंदगी का तजुर्बा सीखता है, कैसी अजब गजब है देखों ये पाठशाला। मस्ती में झूम ...