1 भाग
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भूल गए। धागे में चाहत के फूल पिरोना भूल गये। कुछ मेरे अपने तो अपना होना भूल गये।। अपना फर्ज निभाने में जो दुनिया छोड़ गया। उसके बच्चे अपना खेल खिलौना ...
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