छोड़ दूं कैसे

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गज़ल यादों में बसा है ये , शहर छोड़ दूं कैसे। तूने जो सबांरा है , वो घर छोड़ दूं कैसे।। माना  कि  हो  गई  , मेरी  दुश्वार  जिंदगी। लेकिन मैं ...

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