बाबुल

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कुछ देर का रूकना है फ़िर चिड़िया सा उड़ जाना है बाबुल तेरे घर में न जानें क्यू मेरा इतना ही ठिकाना है .….. बहन बेटियों को एक दिन पराया आखिर ...

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