आरम्भ

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तू वृद्ध की तरह क्यों हताश बैठा है? तेरी तरूणाई का यौवनारम्भ करतें है। अभी तो जीवन की शुरुआत है पथिक! मंज़िल की तलाश का शुभारंभ करते है। कोई तुझे इस ...

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