वक़्त

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उलझी हुई ज़िंदगी और उलझ जाती है, वक़्त की कमतरी उसका जी जलाती है। उसके साथ प्यार के कुछ पल बितालूँ, तो वो ख़ुशी से झूम झूम जाती है। टूट जाती ...

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