1 भाग
251 बार पढा गया
15 पसंद किया गया
प्रतियोगिता हेतु गीत प्रीत की हो अनूठी सी पहचान तुम, हर समस्या का मेरी समाधान तुम। अपने अंतस की माना तुम्हें उर्बसी, भावना से भरे मेरे अरमान तुम।। मेरी हर सांस ...
Don't have a profile? Create