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परियाँ वांगूं सोहणा ओहदा मुखड़ा है, धी राणी हमारी "निक्क" चंद दा टुकड़ा है। ओह हर वैले लाई रहंदी ऐ रौनक आंगन च, किसी-किसी नू नहीं कदर इस दी एहो दुखड़ा ...