इज़्ज़त को ताक़ पर रखके

1 भाग

253 बार पढा गया

8 पसंद किया गया

लाख  समझाया  पर  उसने  सुनी नहीं, सारी  मान  मर्यादा  रह  गई धरी कहीं। माँ बाप की इज़्ज़त को ताक़ पर रखके, किसी  ग़ैर  के साथ  वो, चली गई कहीं।। ...

×