58 भाग
39 बार पढा गया
0 पसंद किया गया
पाँचवां अध्याय चौथे अध्याकय में जो कुछ भी कहा गया है वह अर्जुन के और दूसरों के भी बड़े ही काम का है। इसमें शक की जगह नहीं है। अर्जुन चुपचाप ...