बेरुखी

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*लेखनी काव्य प्रतियोगिता* *27 फरवरी,2023* *बेरुखी* बेरुखी करो नही उदारवाद भाव हो। रुख मिले हृदय खिले मधुर मिलन स्वभाव हो। प्रेम बीज मंत्र का सदा सनेह जाप हो। द्वंद्व को कभी ...

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