1 भाग
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सारे अहसास मर गए, टुट गया आखरी विश्वास, तन बेजान पड़ा रहा और रुकी रही उसमे साँस। कागा सब तन छोड़.......मेरी वो आँख खा गया, जिसमें थी मुझे....मेरे पिया से मिलन ...