तेरी चूड़ियां

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सुबह की पहली किरण से शुरु हो जाती थी तेरी चूड़ियों की आवाज़ खुश होती तो कितनी मधुर गुस्सा आया हो तो अलग ही राग प्रेम में डूबा हुआ उसका हर ...

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