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हमारे राम आये है




*हमारे राम आये हैं*
        *(गीत)*

*चलेंगे आज देखेंगे,हमारे राम आये हैं।*

वही हैं चार धामों के,महेश्वर ब्रह्म ज़न नायक।
सदा करते सगुण वंदन,अवध के लोक मधु गायक।।
करेंगे स्पर्श चरणों का,हमारे पाप कट जाएं।
खुलेगा भाग्य दरवाजा,प्रभू उर में समा जाएं।।

*चलेंगे आज देखेंगे,हमारे राम आये हैं।*

प्रभू का स्नेह मिल जाये,यही मन में तमन्ना है।
चरण रज पा खिले मस्तक,तभी आनन प्रसन्ना है।।
सदा प्रभु राम की संगति,उन्हीं पर शीश झुक जाये।
उन्हीं में मन रमे हरदम,उन्हीं का गीत हम गायें।।

*चलेंगे आज देखेंगे, हमारे राम आये हैं।*

 अवध शोभा निराली है,उतर कर स्वर्ग आया है।
प्रभू के दर्श की खातिर,सकल ज़न लोक आया है।।
यहाँ खुशियाँ चहकती है,परिंदे मस्त हैं दिखते।
यहीं साधू बहुत खुश हैं,चरित श्री राम का लिखते।।

*चलेंगे आज देखेंगे,हमारे राम आये हैं।*

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।







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4 Comments

Gunjan Kamal

08-Jan-2024 08:20 PM

👏👌

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Rupesh Kumar

07-Jan-2024 08:10 PM

Nice

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KALPANA SINHA

06-Jan-2024 01:33 PM

Awesome

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