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धड़कता है दिल तेरे इंतजार में




नमन मंच
मेरे जज़्बात,

 धड़कता है दिल तेरे इंतजार में  


मोहन राधा सी तेरी मेरी ये प्रीत।
राधा सी पनघट मैं जाति 
तुम बन मोहन फोड़ते मटकी मेरी ।।
वो मोहन चुराता माखन तुम मोहन से दिल मेरा चुराते ।
बंसी मोहन सी बजा बजा मधुर,चैन मेरा छीनते ।।
पनघट सूना लगता मेरे मोहन तुम बिन ।
 छेड़ो न तान ऐसी बंसी की ,राधा सी सुध बुध खो मैं जाती ।।
राधा सा दिल मेरा 
दिल भी तेरे नाम से धड़कता ।
रास रचिता वो मोहन जैसे ही तुम भी चैन मेरा चुराते ।।
गईया चरिया रास रचिता से तुम भी मुझ संग अखिया लड़ाते ।
मुझको मुझसे ही चुराते ।।
मेरे मोहन मैं तुम्हारी राधा 
नाम से तुम्हारे दिल मेरा धड़कता ।
तेरा नाम तेरी गली जानें पर ही धड़कता ।।
वो एक तेरे होने का अहसास ही मुझको शर्माता ।
यमुना तीरे खड़ी बाट जोहती वो राधा सी मैं ।।
करती द्वार खड़े तेरा इंतजार ।
तेरे इंतजार में धड़कता दिल मेरा ।।
अब न सही जाए ये दुरी ।। 
बिच राधा मोहन के अब न कोई आए रूखमणी ।


वर्षा उपाध्याय,खंडवा.




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2 Comments

सुन्दर सृजन

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Gunjan Kamal

06-Dec-2023 01:30 AM

👏👌

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