क्रिकेट का बुखार
नमन मंच
मेरे जज़्बात,
क्रिकेट का बुखार
दुनिया होती दिवानी क्रिकेट खेल ही ऐसा होता ।
ये खेल का बुखार बच्चें बूढ़े सब पर चढ़ता ।।
दीवाने से घूमते जवान हर पल बस कल्पना में खेलते क्रिकेट ।
कोई चौका लगाता कोई छक्का कोई गेंद पकड़ आउट करता ।।
बुखार उतरने का लेता नही नाम कोई कमेंट्री करता ।
बच्चे करते स्कूल न जानें के बहाने जब मैच भारत पाकिस्तान का होता ।।
फितूर ये बड़ा अलबेला बुखार का पारा हर पल चढ़ा ही रहता ।
मरीज इसका तन्हाई में
भी शौक अपना पुरा करता ।।
कल्पना में गेंद उठा दे मारता फिर चिल्लाता आउट बोल्ड है ।।
मानों पगले सिरफिरे अपनें में मस्त दुनियां की उनको कहां फिकर ।
वर्षा उपाध्याय, खंडवा
Mohammed urooj khan
16-Oct-2023 01:26 AM
👍👍👍
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zoom gaming
14-Oct-2023 10:50 PM
👍🏻
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