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जिंदगी

*जिंदगी*

कभी न छूटे
कभी न रूठे 
कभी न बदले 
पीत रंग है 
मोहक कोमल 
प्रीति जिंदगी।

वही रहेगी 
सहज बहेगी 
बाँह गहेगी
बात करेगी 
मुस्कायेगी
प्रीति जिंदगी। 

हाथ बढ़ाकर 
नज़र मिलाकर 
प्रेम दिखाकर 
वह आयेगी 
छा जायेगी 
प्रीति जिंदगी।

अति अद्भुत है
स्नेह बहुत है 
रसमयता है 
मादकता है 
सदा बंदगी 
प्रीति जिंदगी। 

सहज मोहिनी 
सत्य बोधिनी 
हृदय गामिनी 
मदन स्वामिनी 
 धेनु नंदिनी 
प्रीति जिंदगी।

डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

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1 Comments

Gunjan Kamal

10-Sep-2023 09:17 PM

👏👌

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