1 भाग
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आज मुझे आसमां छूने दो, कल्पनाओं को सुनहरे रंग से रंगने दो। दबी हुई थी वह मेरी जो इच्छाएं, उसमें आज मुझे रंग भरने दो। सोचा था नहीं कभी मिलेगा, मुझे ...