तितली

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नाजुक से अंग जिसके...  रंगों से निखरे पँख जिसके...  उमंगे जिसकी कोमल सी हैं..   बागो की शहज़दी तितली....  बिलकुल दर्पण सी हैं...  मैंने देखा हैं इसे बागो मे टहलते हुए.  फूलो ...

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