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आपकी चाहत में हम, दीवाने हो गए हैं मयकशी में डूबे, मयखाने हो गए हैं।। आप मुस्कुराते हुए, इसी तरह मिलते रहिए क्योंकि आप हमारे लिए, पूनम-ए-चाँद के नजारे हो गए ...
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