कुछ एहसास

1 भाग

226 बार पढा गया

4 पसंद किया गया

१ . एक ना एक दिन तो , मैं मंजिलें लब्ध कर लूंगा , यह आघात कोई विष तो नहीं , जो खाकर दुनिया छोड़ दूंगा।   २ .  क्यों इश्क ...

×