2 भाग
191 बार पढा गया
4 पसंद किया गया
लघुकथा ःरेशम की डोर ★★★★★★★★★ आज रक्षाबंधन का त्यौहार था। नीति सुबह से ही नहाधोकर तैयार हो गई थी।हाथों में भरभरकर रचाई मेंहदी अपनी सुर्ख रंग बिखेर रही थी। कल ही ...