कलमकार

1 भाग

383 बार पढा गया

23 पसंद किया गया

कलमकार भावों के समुंदर की लहरें  कागज पर मिलने आती । पाकर सानिध्य तेरा वह, सब कुछ तो कह जाती । कविता बन भावों में बहती,  छंद,गीत, चौपाई बन जाती।  गजल ...

×