2 भाग
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कविता शिकायत राजीव कुमार झा जिंदगी में कभी तुमसे शिकायत जो भी रही हर रात सोने से पहले तुम हंसती रही चांद के आगोश में तुम जब सो गयी नींद खामोशी ...
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