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मिट्टी मिट्टी का मोल तो समझ सकता सिर्फ कुम्हार गढ़ता विभिन्न आकृतियां निज कल्पनानुसाऱ हमसभी इंसान भी हैं कच्ची मिट्टी का पुतला ईश्वर रुपी बेहतरीन कुम्हार की अद्भुत कला बचपन में ...
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