1 भाग
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बस तेरी आंख का ही तो मुझे सहारा है वरना ये चेहरा कहां इतना प्यारा है जब भी जहां कहीं भी रूकेंगे तेरे कदम समझ लूंगा वहीं कहीं पे मेरा भी ...
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