दीया बाती

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दीया बाती हम उस दिन  उदास हो गये रास्ते में सन्नाटे से  कोई गीत दूर से सुनाई देने लगा तुम चली गयी अकेलेपन से रोज गुजरता मन अक्सर तुम्हें बुलाता उड़ते ...

अध्याय

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