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दुर्गा माँ सबको बांँटी है खुशियांँ तूने, दिल किसी का दुखाया नहीं। मांँ तेरी नजरों में कोई पराया नहीं , मेरे मन ने भी हिम्मत न हारी। पांँव भी कभी डगमगाए ...