खुशियां

1 भाग

296 बार पढा गया

15 पसंद किया गया

दुर्गा माँ सबको बांँटी है खुशियांँ तूने, दिल किसी का दुखाया नहीं। मांँ तेरी नजरों में कोई पराया नहीं , मेरे मन ने भी हिम्मत न हारी। पांँव भी कभी डगमगाए ...

×