लेखनी प्रतियोगिता -06-Sep-2022

1 भाग

318 बार पढा गया

16 पसंद किया गया

एक रोज तुम्हारे हाथों में एक जुगनू मैंने देखा था वो जुगनू तो फिर छूट गया मन मेरा अब भी अटका है। एक बार तुम्हारी आँखों का काजल मैंने जब देखा ...

×