यह तेरा घर यह मेरा घर,

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तुम औरतों के भी अलग ही मिजाज होते हैं पल में माशा पल में रत्ती मुझे समझ नही आते और न ही मै समझना चाहता हूँ कमी क्या है तुम्हें सारी ...

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