1 भाग
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छुड़ा के हाथ मेरा, ग़र जो चले जाओगे मुझे यकीं है सनम, जी नहीं पाओगे।। छुड़ा के हाथ----- ये वादियाँ, इन फिजाओं, की मस्तियाँ होंगी बसा हो प्यार ऐसी, दरिया में ...
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