1 भाग
431 बार पढा गया
9 पसंद किया गया
किसी की राह के कंटक न होना ----------------------------------------×● कोई मिले जो कभी राह में हंसी लबों पे दर्द निगाह में दे देना कुछ होठों की हंसी पर राह का कंटक न ...