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बिछड़ कर जिंदगी से एक लम्हा टूट जाता है। कि जैसे हाथ से छूटे तो शीशा टूट जाता है। ग़लतफ़हमी में आकर तो बहुत मज़बूत रिश्ता भी। यकीं जब अपना खोता ...
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