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सुनो ,मुझे दो कदम चलना है, बांह तेरी थाम कर अपने कदमों के निशान अब मिटाओ न अभी जो हमकदम हूँ मैं तुम्हारी मान कर मीत मुझे ,गले से लगाओ न....... ...
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