अटकाव

86 भाग

103 बार पढा गया

0 पसंद किया गया

उसने चिल्लाना चाहा लेकिन वह चिल्लाई नहीं। मन हुआ कि दौड़ जाए परन्तु वह दौड़ी भी नहीं। जब भी वह अखिलेश के विषय में सोचती है, तो प्रायः उसे ऐसा महसूस ...

अध्याय

×