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**बाढ़ में गाँव** सब कुछ पानीम डूब गवा है, मूड़े हाथ धरे बैठे हन कइसे हुईहै का हुईहै अब, मन मा अपने सोच रहै हन चूल्हा डूबा बरतन डूबे, औ खटिया ...
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